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लेखनी प्रतियोगिता -22-Feb-2022

इश्क...

ये दिल तुमसे जुडने की सिर्फ एक यही वजह हैं, की इश्क तुमसे होना ये तो खुदा की ही रजा हैं।
ये दिल बडा नादान हमारा हैं, की पहली बार में ही ये तुम्हारा हो गया हैं।
अब ये किसी और कि तरफ नहीं देखता हैं, बल्कि ये भीड में भी तुझे ही ढूंढता हैं,
बडी बेशर्म सी हमारी आंखे निकली हैं, जो तुम्हारी झुककर खुद तो तुम्हें ताकती रहती हैं।

आंखों ही आंखों में हमारी आंखों ने भी रासलीला खेली हैं,
हमारे मिलन कि खुशबू से तो ये वसंत की खुशबू भी अब मिट सी गई हैं,
ये होंठ भी अब सुबह-शाम मुस्कुराकर मुझे बदतमीज बनाने पर तुले हैं,
और ये तेरी यादें अपनी शर्म भुलाकर आधी रात को भी मुझे परेशान कर रहे हैं।

कहते हैं ये की सच्चे इश्क को कभी मिलती नहीं मंजिले,
पर किस्मत हमारी अच्छी हैं, की हमें हमारे इश्क में भी मंजिल मिली खूबसूरत हैं,
ना बनी हैं इश्क करने की कोई घडी, ये तो हैं दो लोगों को जोडती प्यार भरी कडी,
की जिसका नाम पहले से ही हथेली पर लिखा हैं, उसीके नाम की महेंदी भी हैं रचनेवाली,

थम जाता हैं पल वो, जब पास तुम मेरे होते हो,
ये दिल हमार ठिकाना भूल गया हैं, जब से ये दीवाना तेरा  हुआ हैं,
हर बार तूने है जताया, इस बार मुझे हैं जताना,
की इश्क तुमसे भी हमें हैं, ये दुनिया को बताना हैं।

करिश्मा खारवा

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7 Comments

Arman

02-Mar-2022 05:24 PM

Nice

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Marium

01-Mar-2022 04:29 PM

Nice

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Punam verma

23-Feb-2022 09:35 AM

Nice one

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